सेबी ने रीट्स और इनविट्स की यूनिटों को डीमैट खातों में रखने को कहा.
REIT दरअसल बिना प्रॉपर्टी खरीदे रियल एस्टेट में निवेश का शानदार तरीका है. इसमें आपके प्रॉपर्टी में निवेश के लिए लाखों रुपये की जरूरत नहीं होती है.
अब निवेशकों के सामने कई सारे परिसंपत्ति वर्ग और वित्तीय बचत विकल्प मौजूद हैं.
REIT Investment Tips: REITs मूल रूप से म्यूचुअल फंड की तरह हैं, जहां निवेशक संपत्ति के पोर्टफोलियो को खरीदने के लिए पैसे जमा करते हैं
alternative investments: गुजरे कुछ वर्षों में कई नए ऑल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट ठिकाने उपलब्ध हुए हैं. इनमें REITs, P2P lending, क्रिप्टोकरेंसी शामिल हैं.
इक्विटी बाजार की तरफ निवेशक खींचे आ रहें हैं एसे में SBI एक जिम्मेदार फंड लाया है जो बाजार के मूड के आधार पर डेट और इक्विटी एलोकेशन को आसान बनाएगा.
REITs: एक बार लिस्ट होने के बाद आपको REIT स्टॉक को छोटे हिस्सों में खरीदना होता है. 270 यूनिट्स खरीदनी हैं, तो आपके औसतन दो लाख रुपये लगेंगे.
REITs: REITs मूल रूप से म्यूचुअल फंड की तरह हैं. जहां निवेशक संपत्ति के पोर्टफोलियो को खरीदने के लिए पैसे जमा करते हैं.
REITs ऐसी कंपनियां होती हैं जो कमर्शियल रियल एस्टेट में निवेश करते हैं जैसे शॉपिंग मॉल, ऑफिस स्पेस, रेंटल प्रॉपर्टी. जै
Investment in REITs: बयान के अनुसार SEBI बोर्ड ने न्यूनतम आवेदन मूल्य और कारोबार ‘लॉट’ को लेकर REITs और InvITs नियमनों में संशोधन को मंजूरी दे दी है.